आज दिवाली का तेयोहार मनाया जा रहा हे कानो को बहरा कर देने वाली आवाज़ फिजा में गूँज रही हे लक्ष्मी जी को मनाने के लिए लक्ष्मी को ही जो अभी अपने पास हे पठाकों कि शक्ल में आग में फूंका जा रहा हे आज अपनी लक्ष्मी को हातों से उड़ाया जा रहा हे कल का पता नहीं लक्ष्मी जी हमारे इन कामो से खुश होगी भी या नहीं काश वर्तमान दोर में दिवाली को मनाने के सवरूप में परिवर्तन आता ? दिवाली कि हार्दिक शुभ कामना- आबिद अब्बासी कोटा राज
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