- अलीफ लाम मीम |
- यह वह किताब है जिसमे शक की बात नहीं, राह पर चला देती है,अल्लाह की नाफ़रमानी से डरने वालों को |
- जो ईमान लाते हैं बिन देखे पर, और नमाज़ कायम किये रहते हैं और हमारा दिया माल हमारी राह में खर्च करतें हैं |
- और वह ईमान रखतें हैं, जो कुछ उतारा गया है, ऐ नबी (स.अ.व.स.)आप पर,और जो उतारा गया आप से पहले ,और आखिरत के दिन का आना जो यकीनी मानते हैं |(कुरान)
bitiyaa frhin apane yeh kiyaa likha he agr likha he to kyaa ise pura kiya he agr pura kiyaa he to fir yeh kisse khaa he . akhtar khan akela kota rajthan
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