abid saman
Sunday, October 10, 2010
Taqdeer ke khel se...............
तकदीर के खेल से निराश नहीं होते , ज़िन्दगी में कभी उदास नहीं होते, हाथों की लकीरों पे यकीन मत करना, तकदीर तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते
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