झूंटे और मक्कारों कि महफ़िल हे , सच बोले तो तुम भी निकाले जावोगे !
आमीन खान राजस्थान के वक्फ ,व पंचायत मंत्री ने एक सच क्या बोला मंत्री पद से ही हाथ धोना पड़ा राष्ट्रपति के अपमान व् अवमानना जेसी कोई बात आमीन खान ने नहीं कही उन्होंने कहा कि जो बुरे वक़्त में काम आता हे वक़्त आने पर उसका भी ख्याल रखा जाता हे अलग अलग इलाकों कि बात करने कि अलग अलग शेली होती उसी शेली का शिकार आमीन खान हो गए अगर किसी का आशय किसी के MAAN SAMMAN KO NUKSAN KARIT करने का नहीं हे और VOH BAT SADBHAVIK ROOP से BINA किसी BOORE ASYA से कि GAEE हो तो KANOON कि NAZAR में कोई APRADH नहीं हे आमीन खान ने AESA कोई GHAMBHIR APRADH नहीं क्या JISKI SAJA ITNI SAKHT हो
आमीन खान राजस्थान के वक्फ ,व पंचायत मंत्री ने एक सच क्या बोला मंत्री पद से ही हाथ धोना पड़ा राष्ट्रपति के अपमान व् अवमानना जेसी कोई बात आमीन खान ने नहीं कही उन्होंने कहा कि जो बुरे वक़्त में काम आता हे वक़्त आने पर उसका भी ख्याल रखा जाता हे अलग अलग इलाकों कि बात करने कि अलग अलग शेली होती उसी शेली का शिकार आमीन खान हो गए अगर किसी का आशय किसी के MAAN SAMMAN KO NUKSAN KARIT करने का नहीं हे और VOH BAT SADBHAVIK ROOP से BINA किसी BOORE ASYA से कि GAEE हो तो KANOON कि NAZAR में कोई APRADH नहीं हे आमीन खान ने AESA कोई GHAMBHIR APRADH नहीं क्या JISKI SAJA ITNI SAKHT हो
आबिद भाई,
ReplyDeleteबात को कहने का तरीका भिन्न होने पर बहुत गड़बड़ हो जाती है। आप दस लोगों को कहें आप में से आधे बुद्धिमान हैं, और उन्हीं को कहें आप में से आधे निरे मूर्ख हैं। दोनों बार परिणाम भिन्न होंगे।